मै एक फूल हूँ,प्यार में कबूल हूँप्यार की लौ पेपतंगे सा मश्कूल हूँ.भंवरे के लिए मैमदहोशी का पुंज हूँ,मधुमक्खी के लिए मैएक मधु कुञ्ज हूँ,मै अपने आप मेंनिश्तेज निकुंज हूँपरोपकार प्रकाशित,मै ज्योतिर्मय पुंज हूँ.