Tuesday, October 11, 2011

मै!!!

मै एक फूल हूँ,
प्यार में कबूल हूँ
प्यार की लौ पे
पतंगे सा मश्कूल हूँ.
भंवरे के लिए मै
मदहोशी का पुंज हूँ,
मधुमक्खी के लिए मै
एक मधु कुञ्ज हूँ,
मै अपने आप में
निश्तेज निकुंज हूँ
परोपकार प्रकाशित,
मै ज्योतिर्मय पुंज हूँ.